जब कोई शिक्षक अपने बच्चे को उनके क्षमता, रूचि, एवं योग्यता के आधार पर उन्हें शिक्षा देने लगता है तो बच्चा अपने आप ही अपनी योग्यता को बढाने लगता है। इसलिए, बच्चों को यह छूट दी जानी चाहिए कि वे अपनी रुचि व क्षमता के अनुसार किसी विषय की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें, यह विचार सराहनीय है।