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Question Numbers: 129-135
निर्देश - दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिएI
जुलाई से अक्टूबर, घनघोर बारिश के महीने! यानी लोगों के पास बहुत सारा खाली वक्त या कहो आसपास के जंगलों से बाँस इकट्ठा करने का सही वक्त आमतौर पर वे एक से तीन साल की उम्र वाले बाँस काटते हैं। बूढ़े बाँस सख़्त होते हैं और टूट भी तो जाते हैं। बाँस से शाखाएँ और पत्तियाँ अलग कर दी जाती हैं। इसके बाद ऐसे बाँसों को चुना जाता है जिसमें गाँठें दूर-दूर होती हैं। दाओ यानी चौड़े, चाँद जैसे फाल वाले चाकू से इन्हें छीलकर खपच्चियाँ तैयार की जाती हैंI खपच्चियों की लम्बाई पहले से ही तय कर ली जाती हैI मसलन, आसन जैसी चीज़ें बनाने के लिए बाँस को हरेक गठान से काटा जाता है लेकिन टोकरी बनाने के लिए हो सकता है कि दो या तीन या चार गठानों वाली लम्बी खपच्चियाँ काटी जाएँI यानी कहाँ से काटा जाएगा यह टोकरी की लम्बाई पर निर्भर करता है।
आमतौर पर खपच्चियों की चौड़ाई एक इंच से ज्यादा नहीं होती है। चौड़ी खपच्चियाँ किसी काम की नहीं होतीं I इन्हें चीर कर पतली खपच्चियाँ बनाई जाती हैं। पतली खपच्चियाँ लचीली होती हैं। खपच्चियाँ चीरना उस्तादी का काम है। हाथों की कलाकारी के बिना खपच्चियों की मोटाई बराबर बनाए रखना आसान नहीं। इस हुनर को पाने में काफ़ी समय लगता है।
टोकरी बनाने से पहले खपच्चियों को चिकना बनाना बहुत ज़रूरी है। यहाँ फिर दाओ काम आता हैI खपच्ची बाएँ हाथ में होती है और दाओ दाएँ हाथ में।
निर्देश - दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिएI
जुलाई से अक्टूबर, घनघोर बारिश के महीने! यानी लोगों के पास बहुत सारा खाली वक्त या कहो आसपास के जंगलों से बाँस इकट्ठा करने का सही वक्त आमतौर पर वे एक से तीन साल की उम्र वाले बाँस काटते हैं। बूढ़े बाँस सख़्त होते हैं और टूट भी तो जाते हैं। बाँस से शाखाएँ और पत्तियाँ अलग कर दी जाती हैं। इसके बाद ऐसे बाँसों को चुना जाता है जिसमें गाँठें दूर-दूर होती हैं। दाओ यानी चौड़े, चाँद जैसे फाल वाले चाकू से इन्हें छीलकर खपच्चियाँ तैयार की जाती हैंI खपच्चियों की लम्बाई पहले से ही तय कर ली जाती हैI मसलन, आसन जैसी चीज़ें बनाने के लिए बाँस को हरेक गठान से काटा जाता है लेकिन टोकरी बनाने के लिए हो सकता है कि दो या तीन या चार गठानों वाली लम्बी खपच्चियाँ काटी जाएँI यानी कहाँ से काटा जाएगा यह टोकरी की लम्बाई पर निर्भर करता है।
आमतौर पर खपच्चियों की चौड़ाई एक इंच से ज्यादा नहीं होती है। चौड़ी खपच्चियाँ किसी काम की नहीं होतीं I इन्हें चीर कर पतली खपच्चियाँ बनाई जाती हैं। पतली खपच्चियाँ लचीली होती हैं। खपच्चियाँ चीरना उस्तादी का काम है। हाथों की कलाकारी के बिना खपच्चियों की मोटाई बराबर बनाए रखना आसान नहीं। इस हुनर को पाने में काफ़ी समय लगता है।
टोकरी बनाने से पहले खपच्चियों को चिकना बनाना बहुत ज़रूरी है। यहाँ फिर दाओ काम आता हैI खपच्ची बाएँ हाथ में होती है और दाओ दाएँ हाथ में।
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Question : 133
Total: 150
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