OTET Paper 1 Exam 2016 Paper

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Question Numbers: 36-40
निम्नलिखित कविता को पढ़कर नीचें  लिखें प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
“हाँ जनकर भी मैंने न भरत को जाना,
सब सुन लें, तुमने स्वयं अभी यह माना ।
यह सच है तो फिर लौट चलो घर भैया,
अपराधिनी मैं हूँ तात, तुम्हारी मैया ।
दुर्बलता का चिह्न विशेष शपथ है,
पर अबला-जन के लिए कौन-सा पथ है ?
यदि मैं उकसायी गयी भरत से होऊँ,
तो पति समान ही स्वयं पुत्र भी खोऊँ !”
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Question : 36
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